*......उपरवालेने भेजा है जो, हाथ मे कलम थामे
हम
बस लिखते गये, और स्याही की कमी न थी
आसू
की तो बोतले मिली भर भर के
बस
तेरे थोडेसे हंसी की जरुरत थी
*......गालिब ने अगर देखा उपरसे,
'ये हाथ किसके हे
?' पूछे गा, परेशान होकर
गुलजार को अगर ये राज मालुम हुआ
कही
लिखनाहि ना छोडदे, अपना ध्यान खोकर
*......तमन्ना अगर अरसोंसे दबी हे दिल मे
गुजारिश कर उसे, के तेरी तुजसे मुलकात होगी
चिंगारी जो तुजमे बची हे अबतक
लौ
दिये की बचा, तुफानी बरसात होगी
...भावना