*......तुमने नजरे
जो फेरी थी, समझा लेता दिलको
वो नासमझ तो अड़ा है जहा तूने रुमाल छोड़ा...
गुस्सा होता हु, कहता हु 'तू अभी मानले'
दिल न माने कहे 'कर इंतजार थोड़ा' I
*......ये जो टुकड़े
है बिखरे, है मेरे दिलके
आ इसे जोड़दे, के एहसान होगा...
ये तेरे ही तो पेहेचानवाले है
तो तुझे ये बहुतही आसान होगा I
...भावना
...भावना